सीपी जोशी का जीवन परिचय

नमस्कर दोस्तो,
आज इस आर्टिकल में हम राजस्थान के वर्तमान विधानसभा अध्यक्ष, राजस्थान के पूर्व मंत्री एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ० सी पी जोशी जी के बारे में जानेंगे।

संक्षिप्त परिचय/Brief Introduction

सीपी जोशी जी का जन्म 29 जुलाई 1950 को राजस्थान के नाथूद्वारा में हुआ। वह एक भारतीय राजनेता है जो कांग्रेस की केंद्र (यूपीए-2) एवं राजस्थान राज्य सरकार में काफी महत्वपूर्ण पदों पर रहे। वर्तमान में राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष है। 15वी लोकसभा में भीलवाड़ा से सांसद चुने गए। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के मंत्रालय में वह सड़क परिवहन और राजमार्ग,ग्रामीण विकास और पंचायती राज जैसे प्रमुख विभागों को संभाल चुके हैं। वह 1998 से 2003 तक राजस्थान सरकार के कैबिनेट मंत्री भी रहे।

शिक्षा/Education

जोशी जी ने अपनी प्रारंभिक और उच्च माध्यमिक शिक्षा अपने जन्म स्थान नाथद्वारा से पूरी की। उन्होंने यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ सोशल साइंस एंड ह्यूमैनिटीज, उदयपुर से कानून में B.A. और मनोविज्ञान में अपने M.A. एवं Ph.D. की डिग्री प्राप्त की। और इसी कॉलेज से उन्होंने लेक्चरर के रूप में अपने करियर की शुरुआत की। राजनीति में प्रवेश करने से पहले वे उदयपुर के मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय में मनोविज्ञान के प्रोफेसर थे।

राजनीतिक कैरियर/Political Career

आधुनिक मेवाड़ के संस्थापक एवं राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री मोहनलाल सुखाड़िया जी ने जोशी जी को सक्रिय रूप से राजनीति में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। 1973 में वे राजस्थान के मोहन लाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय से छात्रसंघ अध्यक्ष बने। पहली बार 1980 में नाथद्वारा से विधायक चुने गए। उन्होंने 1985,1998,2003 को 2018 में नाथद्वारा से विधानसभा चुनाव जीता। नाथद्वारा से 5 बार विधायक बनने के अलावा वे भीलवाड़ा से सांसद भी रह चुके हैं।

1998 में वह शिक्षा, ग्रामीण विकास, पंचायती राज, सार्वजनिक स्वास्थ्य, इंजीनियरिंग, नीति योजना और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे प्रमुख विभागों को संभालने वाले राजस्थान के कैबिनेट मंत्री बने।

2003 में, उन्हे राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष रहते हुए उन्होंने कांग्रेस पार्टी को 2008 का विधानसभा चुनाव जिताया। लेकिन वे अपनी सीट नाथद्वारा से बीजेपी के उम्मीदवार कल्याण सिंह चौहान के हाथो 1 वोट से हार गए। अपनी ही सीट से चुनाव हार जाने के कारण मुख्यमंत्री पद का प्रबल दावेदार होने के बावजूद भी वे मुख्यमंत्री नहीं बन सके और अशोक गहलोत को राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाया गया। कहा जाता है कि उनका ड्राइवर और उनकी पत्नी ने चुनाव में वोट नहीं डाला था, इसका का हर्जाना उन्हें मुख्यमंत्री का पद गवा कर चुकाना पड़ा।

केवल 1 वोट से विधानसभा चुनाव हारने वाली वह देश के दूसरे व्यक्ति बने। उनसे पहले 2004 के कर्नाटक विधानसभा चुनाव में ए आर कृष्णमूर्ति को आर ध्रुवनारायण के खिलाफ संथेमारहल्ली सीट से 1 वोट से हार मिली थी।

2009 के आम चुनाव के बाद, उन्हे 22 मई 2009 को मनमोहन सिंह जी के दूसरे कार्यकाल मे कैबिनेट मंत्री बनाया गया। 2009 से 2011 तक वह ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री रहे। और 2011 से 2013 तक वे सड़क, परिवहन और राजमार्ग मंत्री रहे। 2012 में ममता बनर्जी के UPA से बाहर होने और मुकुल रॉय के रेल मंत्री के पद से इस्तीफा देने के बाद सीपी जोशी को रेल मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार मिला। उन्होंने 4 साल सेवा देने के बाद, 16 जून 2013 को मंत्री मंडल से इस्तीफा दे दिया, क्योंकि उन्हे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव के रूप में चुना गया था। वे 2018 तक इस पद पर रहे। उन्होंने 2014 के लोकसभा चुनाव में जयपुर ग्रामीण सीट से चुनाव लड़ा लेकिन नरेंद्र मोदी लहर के चलते उन्हे बीजेपी के उम्मीदवार राज्यवर्धन सिंह राठौड़ के हाथो हार मिली।

2018 राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को जीत मिली तथा अशोक गहलोत राजस्थान के मुख्यमंत्री एवं सचिन पायलट उप मुख्यमंत्री बने। 16 जनवरी 2019 को डॉ० सीपी जोशी को सर्वसम्मति से राजस्थान विधानसभा का अध्यक्ष चुना गया।

फुल फॉर्म 👉
IASISROBCCIUNESCOIPSTRAINCCSCONATOSSCDRDOBJP

क्रिकेट प्रशासन/Cricket Administration

सीपी जोशी ने क्रिकेट प्रशासन में भी काम किया है। वह Rajasthan Cricket Association (RCA) के दो बार अध्यक्ष रहे। 2009 में, उन्होंने ललित मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ा और पहली बार RCA के अध्यक्ष बने। 2017 में उन्होंने ललित मोदी के बेटे रुचिर मोदी को हराया और दोबारा RCA के अध्यक्ष बने। अक्टूबर 2019 में राजस्थान के तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बेटे वैभव गहलोत ने RCA के अध्यक्ष के रूप में सीपी जोशी का स्थान लिया।


एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने