सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार

संक्षिप्त जानकारी/Brief Info 

गृह मंत्रालय ने 20 सितंबर 2019 को एक अधिसूचना के माध्यम से "सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" की शुरूआत करने की घोषणा की। इस पुरस्कार का नाम भारत के पहले गृह तथा प प्रधानमंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल के नाम पर रखा गया जिन्होंने लगभग 562 देसी रियासतों का एकीकरण करके वर्तमान अखंड भारत का निर्माण किया था। यह देश की एकता और अखंडता के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने के लिए दिया जाने वाला भारत का सबसे बड़ा नागरिक पुरस्कार है। 

इस पुरस्कार की घोषणा 31 अक्टूबर को राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर की जाती है। यह भारत के राष्ट्रपति के द्वारा प्रदान किया जाता है। इस पुरस्कार में एक पदक एवं प्रशस्ति पत्र दिया जाता है। इसके साथ कोई नगद पुरस्कार नहीं दिया जाता। एक वर्ष में 3 से अधिक पुरस्कार नहीं दिया जाएंगे। यह पुरस्कार विशेष स्थिति और अत्यधिक सुयोग्य मामलों को छोड़कर मरणोपरांत नहीं दिया जाएगा।

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार का उद्देश्य राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देने के लिए और एक मजबूत और अखंड भारत के मूल्यों को मजबूती प्रदान करने के लिए भारत के नागरिकों तथा संगठन द्वारा उल्लेखनीय और प्रेरणादायक योगदान की पहचान करना है।

यह पुरस्कार भारत के किसी भी नागरिक या संगठन को दिया जा सकता है तथा इसे देते समय जाति, धर्म, लिंग, जन्म स्थान आदि किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। गृह मंत्रालय के द्वारा प्रतिवर्ष इस पुरस्कार के लिए आवेदन मांगे जाते हैं। कोई भी भारतीय व्यक्ति या संगठन गृह मंत्रालय द्वारा विशेष रुप से बनाई गई वेबसाइट पर जाकर इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकता है। कोई व्यक्ति या संगठन किसी अन्य व्यक्ति के लिए भी इस पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं या व्यक्ति स्वयं भी आवेदन कर सकता है। 

योग्यता/Eligibility 

भारत का कोई भी नागरिक या संगठन जिसने देश की एकता और अखंडता बनाए रखने में उत्कृष्ट योगदान दिया है वे सभी इस पुरस्कार के लिए पात्र होंगे। किसी भी व्यक्ति को पुरस्कार से सम्मानित करते वक्त उसके साथ जाति, धर्म, लिंग, जन्म स्थान आदि किसी भी आधार पर भेदभाव नहीं किया जाएगा। कोई भी व्यक्ति या संगठन किसी दूसरे के लिए या स्वयं के लिए पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकता है। राज्य सरकार, केंद्र शासित प्रदेशों के प्रशासक, मंत्री और केंद्र सरकार भी किसी व्यक्ति या संगठन के लिए आवेदन कर सकती है।

आप www.nationalunityawards.mha.gov.in पर जाकर पुरस्कार के लिए आवेदन कर सकते हैं।

पदक/Medal 🥇

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार से सम्मानित व्यक्तियों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित पदम पुरस्कार समारोह में सम्मानित किया जाता है। उन्हें भारत के राष्ट्रपति के द्वारा एक प्रमाण पत्र तथा एक पदक दिया जाता है। इस पुरस्कार के साथ कोई भी धनराशि नहीं दी जाती।

सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार के पदक के आगे के भाग पर सरदार पटेल का चित्र अंकित है जिसके ऊपर देवनागरी लिपि में "सरदार पटेल" एवं नीचे देवनागरी लिपि में "राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" लिखा हुआ है। पदक की दूसरी तरफ भारत का राष्ट्रीय चिन्ह "अशोक स्तंभ" एवं उसके नीचे देवनागरी लिपि में "सत्यमेव जयते" लिखा हुआ है।

पुरस्कार समिति/Award Committee

भारत के प्रधानमंत्री के द्वारा एक पुरस्कार समिति का गठन किया जाता है जिसके सदस्य प्रधानमंत्री, कैबिनेट सचिव, राष्ट्रपति सचिव तथा गृह सचिव होते हैं। प्रधनमंत्री के द्वारा समिति के लिए 3 से 4 अन्य सदस्यो का चयन किया जाता है। यह समिति प्राप्त आवेदनों की जांच करती है एवं उनमें से किन्हें पुरस्कार से सम्मानित करना है इसका निर्णय करती है।

सरदार पटेल का संक्षिप्त परिचय

सरदार वल्लभ भाई पटेल का जन्म 31 अक्टूबर 1875 को बॉम्बे प्रेसीडेंसी, ब्रिटिश इंडिया में हुआ। वे एक भारतीय राजनेता एवं स्वतंत्रता सेनानी थे जिन्होंने भारत के पहले उप प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया। वे पेसे से एक वकील एवं भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता थे जिन्होंने लगभग 562 देसी रियासतों का भारत में विलय करके अखंड भारत का निर्माण किया था। उनकी दृढ़ता के कारण उन्हें "लोहा पुरुष" कहा जाता है। 1947 के भारत-पाकिस्तान युद्ध के दौरान भारत के गृहमंत्री थे। 15 दिसंबर 1950 को 75 वर्ष की उम्र में उनका स्वर्गवास हो गया।

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निष्कर्ष/Conclusion 

आज इस आर्टिकल में हमने "सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" के बारे में जाना। आशा करता हूं कि "सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार" से संबंधित सभी जानकारियां इस आर्टिकल में उपलब्ध करा पाया। अपनी राय कमेंट करके जरूर बताएं...... धन्यवाद!

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