भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) राष्ट्रीय सुरक्षा से संबंधित मामलों पर भारत के प्रधान मंत्री का मुख्य सलाहकार होता है। NSA राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद का प्रमुख होता है, जो देश में सुरक्षा मुद्दों और संकटों से निपटने के लिए शीर्ष निकाय है। NSA रक्षा, विदेश नीति, खुफिया और आतंकवाद से संबंधित मुद्दों पर रणनीतिक सलाह प्रदान करने के लिए जिम्मेदार है। भारत के वर्तमान NSA अजीत डोभाल हैं।
इतिहास/History
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार पद का गठन 19 नवंबर 1996 को अटल बिहारी वाजपेयी जी की सरकार के द्वारा किया गया था। प्रधानमंत्री के तत्कालीन प्रधान सचिव बृजेश मिश्रा भारत के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने। 2004 में मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए की सरकार बनी। इस सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के कार्यालय को दो भागों में विभाजित कर दिया। पूर्व विदेश सचिव जे एन दीक्षित को विदेशी मामलों का कार्यभार सौंपा गया एवं आंतरिक मामलों का कार्यभार आईबी के पूर्व निदेशक एम के नारायणन को सौंपा गया।
3 जनवरी 2005 को जेएन दिक्षित के देहांत के बाद कार्यालय फिर से एक हो गया और एमके नारायणन पूर्णकालिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बन गए। उसके बाद 2010 में पूर्व विदेश सचिव शिवशंकर मेनन ने नारायणन का स्थान लिया। 2014 में नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने आईबी के पूर्व निदेशक अजीत डोभाल को भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया।
भूमिका/Role
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार का काम आंतरिक और बाहरी खतरों से संबंधित सभी मामलों में भारत के प्रधानमंत्री को सलाह देने का होता है। भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार चीन के साथ प्रधानमंत्री के विशेष वार्ताकार होने के साथ-साथ सुरक्षा मामलों पर पाकिस्तान और इजराइल के दूत के रूप में भी कार्य करता है।
Current NSA of India - Ajit Doval |
भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सभी इंटेलिजेंस (R&AW, IB, NTRO, MI, DIA, NIA) से रिपोर्ट प्राप्त करता है और उन्हें प्रधानमंत्री के सामने पेश करने के लिए समन्वय करता है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार को उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार द्वारा सहायता प्रदान की जाती है। वर्तमान में, सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी दत्तात्रय पडसालगीकर, पूर्व आरएंडएडब्ल्यू प्रमुख राजिंदर खन्ना और सेवानिवृत्त आईएफएस अधिकारी पंकज सरन उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्य कर रहे हैं।
भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकारो की सूची
1998 में इस पद के सर्जन से लेकर अभी तक कुल 5 व्यक्ति भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के रूप में कार्य कर चुके हैं जिनमें से सभी या तो भारतीय विदेश सेवा या भारतीय पुलिस सेवा से संबंधित है। पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बृजेश मिश्रा थे। 2014 से, अजीत डोभाल भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार है।
1. बृजेश मिश्रा
19 नवंबर 1998 को, 'राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार' पद के सर्जन के साथ ही बृजेश मिश्रा भारत के पहले राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने। इससे पहले वह संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि एवं प्रधानमंत्री के प्रिंसिपल सेक्रेट्री रह चुके थे।
• जीवनकाल = 29 सितम्बर 1928 से 28 सितम्बर 2012
• कार्यकाल = 19 नवंबर 1998 से 22 मई 2004
• कुल समय = 5 वर्ष, 185 दिन
• प्रधानमंत्री = अटल बिहारी वाजपेयी
2. जे एन दिक्षित
2004 में बनी मनमोहन सिंह सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार के पद को दो भागों में विभाजित कर दिया तथा 23 मई 2004 को पूर्व IFS अधिकारी, जे एन दीक्षित को विदेशी मामलों में भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बनाया गया।
• जीवनकाल = 8 जनवरी 1936 से 3 जनवरी 2005
• कार्यकाल = 23 मई 2004 से 3 जनवरी 2005
• कुल समय = 225 दिन
• प्रधानमंत्री = मनमोहन सिंह
3. एम के नारायणन
2004 में पद के विभाजन के बाद आईबी के पूर्व निदेशक, एमके नारायणन भारत के आंतरिक मामलों के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने। बाद में 3 जनवरी 2005 को जे एन दीक्षित के निधन के बाद एमके नारायणन पूर्णकालिक राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बन गए।
• जीवनकाल = 10 मार्च 1934 से.......
• कार्यकाल = 3 जनवरी 2005 से लेकर 23 जनवरी 2010
• कुल समय = 5 वर्ष, 20 दिन
• प्रधानमंत्री = मनमोहन सिंह
Note - इसी वर्ष "उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार" पद का भी गठन किया गया एवं विजय नांबियर, सतीश चंद्र, लीला के पोनप्पा एवं शेखर दत्त भारत के पहले उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार बने।
4. शिवशंकर मेनन
24 जनवरी 2010 को भारतीय विदेश सेवा के पूर्व अधिकारी शिवशंकर मैनन को भारत का राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नियुक्त किया गया।
• जीवनकाल = 5 जुलाई 1949 से .....
• कार्यकाल = 24 जनवरी 2010 से 26 मई 2014
• कुल समय = 4 वर्ष, 143 दिन
• प्रधानमंत्री = मनमोहन सिंह
Note - विजया लता रेड्डी एवं नेहचल संधू शिव शंकर मेनन के डिप्टी थे।
5. अजित डोभाल
30 मई 2014 को आईबी के पूर्व निदेशक अजीत डोभाल को भारत के पांचवें राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया। जून 2019 में उनके कार्यकाल को 5 साल के लिए और बढ़ाने के साथ-साथ उन्हें कैबिनेट मंत्री का दर्जा प्रदान किया गया।
• जीवनकाल = 20 जनवरी 1945 से .....
• कार्यकाल = 30 मई 2014 से पदस्थ
• कुल समय = 8 वर्ष+
• प्रधानमंत्री = नरेंद्र मोदी
Note - डी पडसालगीकर, राजेंद्र खन्ना और विक्रम मित्रि, अजीत डोभाल के डिप्टी है।
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निष्कर्ष/Conclusion
नमस्कार दोस्तों, आज इस आर्टिकल में हमने भारत के राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकार पद के सर्जन, इसके कार्य एवं अभी तक रहे सभी राष्ट्रिय सुरक्षा सलाहकारो के बारे में जाना। आशा करता हूं कि आपको यह आर्टिकल पसंद आया होगा। अपने विचार कमेंट करके जरूर बताएं.... धन्यवाद।